जिनको साथ मिला, आसमान हो गये,
तन्हा रह गये जो, वो अंजान हो गये,
रीत चलती आई यही, इस जीवन की,
पैसे जेब में भरकर, पकवान हो गये,
घिसता रहा कोई, बनने को एक हीरा,
कुछ बिन घिसे यहाँ, जवान हो गये,
चुपके से करते रहे, किताब रंगीन,
हम रहे सामने तो, शैतान हो गये,
बहुत कुछ छुपाए रखती है यह दीवारें,
पाप यहाँ अपने ही, अरमान हो गये ||
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