Sunday, December 23, 2018

ठिठुरती सी सर्दी,


बस गयी है दिल में, 
ठिठुरती सी यह सर्दी,
बहुत करीब है मेरे,
ठिठुरती सी यह सर्दी,

चाय की हर चुस्की, 
ठिठुरती सी यह सर्दी,
रज़ाई में दबी सुस्ती 
ठिठुरती सी यह सर्दी,

हीटर को नौकरी दिलाए, 
ठिठुरती सी यह सर्दी,
एक दूजे को पास लाए,
ठिठुरती सी यह सर्दी,

बैठाती है दरबार,
ठिठुरती सी यह सर्दी,
लेती जान हर बार,
ठिठुरती सी यह सर्दी,

इश्क़ से धुली तलवार,
ठिठुरती सी यह सर्दी,
या काँपती सी है मज़ार,
ठिठुरती सी यह सर्दी,

अमृत किसी के लिए,
ठिठुरती सी यह सर्दी,
गम किसी के लिए,
ठिठुरती सी यह सर्दी,

जाने किसने बनाई,
ठिठुरती सी यह सर्दी,
अनेक किस्सों की बुनाई,
                ठिठुरती सी यह सर्दी || Dr DV ||

Monday, December 3, 2018

भंवर


एहसासो को पिघलाकर, एक रात बनाई,
लालच मन में छुपाकर, एक बात बनाई,

जब कर ना पाया, मैं खुद से ही दोस्ती,
दुश्मनो से खुद को बचाने , जात बनाई,

सहम जाता था, वो आँखे देखकर अक्सर,
बंदी ना बना सका उसको, बारात बनाई,

खुद पर भरोसा करना, ना सीख सका मैं,
पीठ पर खंजर चलाने की, सौगात बनाई,

इस कदर फँसा खुद ही भंवर में 'साथी',

बनाने चला था मैं चाँदनी, बिसात बनाई ||  Dr. DV ||