Monday, November 7, 2016

पिता


वो जो साँसों में ज़िंदगी लाता है,
नन्हे लबों से वो पिता कहलाता है,

छुपा जाता है सब मुसीबतें खुद में,
और बच्चो को बस हँसी दिखाता है,

मिटाता है ग़लतियाँ अनगिनत वो,
फिर भी आगे बढ़ना ही सिखाता है,

देख ले जो एक आँसू आँख में बहता,  
आसमान से भी सितारा ले आता है,

किस्मत वाले होते है वो बच्चे 'साथी',

     जिनको पिता का साया मिल पाता है ||   

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