Wednesday, July 23, 2014

बिकता है


दर्द बिकता है यहाँ,
क़त्ले आम बिकता है यहाँ,
जिस्म बिकता है यहाँ,
हर एक जस्बात बिकता है यहाँ,

तेवर बिकते है यहाँ,
दोस्ती का नाम बिकता है यहाँ,
आँसू बिकते है यहाँ,
सपनो का वो आवाम बिकता है यहाँ,

खून बिकता है यहाँ,
सच्चाई का मकान बिकता है यहाँ,
लांछन बिकता है यहाँ,
अंधेरो का हर समान बिकता है यहाँ .  

प्यार बिकता है यहाँ,
भगवान का सामान बिकता है यहाँ,
परिवार बिकता है यहाँ,
मौके मे हर इंसान बिकता है यहाँ.

कवि - दिवाकर पोखरियाल        

No comments:

Post a Comment