Dr. Diwakar Pokhriyal has a passion for Writing. He has written 19 books that include poetry, short story collections, and Novel. He has been a part of more than 100 poetry anthologies with poets around the world. He has been awarded as 'Voice of Indian Literature', 'Author of the Year 2019', 'India Star Icon Award 2019', 'Top 50 Influential Author 2K18', 'Limca Book of Records – 2017',
Saturday, June 12, 2021
Wednesday, June 9, 2021
Saturday, June 5, 2021
Wednesday, May 26, 2021
Sunday, May 23, 2021
Friday, January 29, 2021
सपनो में खोया
कुछ खोई सी लगी है डगर,
कुछ अंजाना सा लगे नगर,
बढ़ती दिख रही है धुन्ध,
रुकना नही है जवाब मगर,
ना कोई दिख रहा पास है,
मन में हल्की सी आस है,
जाने कब छटे यह कोहरा,
धूप का केवल एहसास है,
शायद ऐसी ही है ज़िंदगी,
कही सफाई, कही गंदगी,
हर कोई ढूँढे है कुछ,
चाहे इश्क़, चाहे बंदगी,
आसान कहाँ है समझना,
आसान कहाँ है चमकना,
धुन्ध मिलती रहेगी, राही,
आसान कहाँ है सिमटना,
ऐसे ही प्रश्नो में खोया सा,
आँखो के नीर से धोया सा ,
वो कहे आ हक़ीक़त में,
और मैं सपनो में सोया सा |
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